रायपुर/नेवरा। छत्तीसगढ़ के नेवरा थाना क्षेत्र में एक फर्जी स्कीम के जरिए लोगों से लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी ऋषभ गोयल उर्फ चिंटू (30 वर्ष), निवासी नेवरा ने खुद को ऑटोमोबाइल्स संचालक बताकर लोगों से 6 लाख 83 हजार 500 रुपये की धोखाधड़ी की।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) के तहत कार्रवाई करते हुए न्यायिक हिरासत में भेजा है।
क्या था स्कीम का लालच?
खरोरा स्थित ऋषभ ऑटोमोबाइल्स नाम की फर्म के माध्यम से आरोपी ने एक योजना चलाई थी। इसके तहत:
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प्रतिभागियों को हर माह ₹2500 जमा करने के लिए कहा गया।
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24 महीने बाद या तो ₹60,000 नकद या एक TVS दोपहिया वाहन देने का वादा किया गया।
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साथ ही हर माह लकी ड्रॉ निकालने का भी दावा किया गया, जिसमें विजेता को तत्काल नगद या वाहन देने की बात कही गई थी।
वादे थे झूठे, मंशा थी धोखाधड़ी की
प्रार्थी नेभन कुमार ताम्रकार सहित कई लोगों ने इस योजना में पैसा जमा किया। लेकिन 24 महीनों बाद ना कैश मिला, ना बाइक। न ही किसी प्रकार का लकी ड्रॉ निकाला गया। जब लोगों ने पैसा वापस मांगा, तो आरोपी टालमटोल करता रहा। अंततः शिकायत नेवरा थाना में दर्ज कराई गई।
नेवरा पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
थाना प्रभारी और पुलिस टीम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी ऋषभ गोयल को गिरफ्तार कर लिया। उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। मामले की विस्तृत जांच अब भी जारी है।
कानूनी धाराएं और सख्त कार्रवाई
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आरोपी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4) के तहत केस दर्ज किया गया है।
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पुलिस को संदेह है कि इस फर्जी स्कीम में और भी कई लोग ठगे गए हैं।
सावधान रहें: ऐसी स्कीमों से बचें
पुलिस और प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अगर नकद या उपहार देने के लालच में स्कीम चला रहा हो, तो पहले उसकी पृष्ठभूमि की जांच करें। बिना वैध कागजात और रजिस्ट्रेशन के किसी भी योजना में पैसा निवेश न करें।