रायपुर।हिंदी साहित्य के प्रख्यात कवि और लेखक विनोद कुमार शुक्ल, जिन्हें हाल ही में ज्ञानपीठ पुरस्कार 2025 के लिए चयनित किया गया है, को वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन द्वारा विशेष सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान समारोह उनके निवास पर आयोजित हुआ, जहां संस्था के पदाधिकारीगण उपस्थित होकर उन्हें विप्र गौरव सम्मान, पुष्पगुच्छ, शॉल और स्मृति चिन्ह प्रदान किए।
साहित्य की मौलिक अनुभूतियों के रचनाकार
विनोद कुमार शुक्ल छत्तीसगढ़ की साहित्यिक धरती पर एक ऐसा नाम हैं, जो हिंदी कविता को उसकी गहराई, सूक्ष्मता और मौलिकता के लिए पहचाने जाते हैं। उनकी रचनाएं व्यक्ति के मनोविज्ञान और जीवन की छोटी-छोटी बातों को बेहद सहजता से उजागर करती हैं। ज्ञानपीठ जैसे प्रतिष्ठित सम्मान से अलंकृत होना, उनके रचनात्मक योगदान की राष्ट्रीय स्तर पर हुई पुष्टि है।
शुभकामनाओं के साथ हुआ सम्मान
सम्मान समारोह के दौरान वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन के पदाधिकारियों ने शुक्ल जी के स्वास्थ्य व साहित्यिक साधना की जानकारी ली और उन्हें भावभीनी शुभकामनाएं दीं।
सम्मान देने पहुंचे प्रमुख पदाधिकारी इस प्रकार रहे:
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प्रदेश अध्यक्ष – अरविन्द ओझा
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राष्ट्रीय महासचिव व कान्यकुब्ज ब्राह्मण सभा अध्यक्ष – सुरेश मिश्रा
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राष्ट्रीय उपाध्यक्ष – गुणनिधि मिश्रा
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प्रदेश महासचिव – सुनील कुमार ओझा एवं अजय अवस्थी
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प्रदेश सलाहकार – रज्जन अग्निहोत्री
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संभागीय अध्यक्ष – नितिन कुमार झा
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महिला अध्यक्ष – नमिता शर्मा
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उपाध्यक्ष – मिथिलेश रिछारिया
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सांस्कृतिक सहसचिव – विद्या भट्ट
समाज को मिला प्रेरणा स्रोत
यह सम्मान न केवल विनोद शुक्ल के लिए, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और हिंदी साहित्य जगत के लिए गौरव का विषय है। यह सम्मान आने वाली पीढ़ियों को साहित्य की दिशा में प्रेरणा देने वाला कदम है।