बालोद, छत्तीसगढ़ — जिले के तांदुला जलाशय में एक दर्दनाक हादसे में मछली पकड़ने गए बोरिद गांव निवासी सोमन कुमार निषाद (40) की नाव तेज आंधी और बारिश में पलट गई। गुरुवार शाम से लापता सोमन की लाश 36 घंटे बाद जलाशय से बरामद हुई है। घटना के बाद से परिजनों और गांव में मातम पसरा हुआ है।गुरुवार, 1 मई की शाम करीब 5 बजे सोमन निषाद रोज की तरह थर्मोकोल से बनी डोंगी लेकर तांदुला डेम गया था। मछली पकड़ने के दौरान अचानक मौसम ने करवट ली, तेज हवा, बारिश और बड़ी लहरों के बीच नाव असंतुलित होकर पलट गई। सोमन जल में समा गया और फिर लौटकर घर नहीं पहुंचा।
परिजन हुए चिंतित
रात 8 बजे तक जब सोमन नहीं लौटा, तब परिजन और ग्रामीणों ने उसकी तलाश शुरू की। डेम किनारे स्थित अस्थाई मछुआरा शिविरों से भी कोई जानकारी नहीं मिली। उसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई।
एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम मैदान में
शुक्रवार को पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। स्थानीय मछुआरों और ग्रामीणों ने भी नावों से पानी में घंटों तलाशी अभियान चलाया। लगातार दो दिन के रेस्क्यू के बाद शनिवार सुबह सोमन की लाश पानी में तैरती मिली।
परिवार में पसरा मातम
मृतक सोमन अपने पीछे पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा छोड़ गया है। उसकी मौत ने पूरे गांव को शोक में डाल दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजा देने की मांग की है।