रायपुर। भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा 7 मई 2025 को देशभर में नागरिक सुरक्षा को लेकर एक व्यापक राष्ट्रीय मॉकड्रिल आयोजित की जा रही है। यह अभ्यास देश के 244 नागरिक सुरक्षा जिलों में एकसाथ किया जाएगा। छत्तीसगढ़ का दुर्ग जिला इस बार इस राष्ट्रीय स्तर के सुरक्षा अभ्यास में एक प्रमुख केंद्र के रूप में चयनित किया गया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने निर्देश दिया है कि केंद्र द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन राज्य में सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने इसे नागरिक सुरक्षा व्यवस्था की परख का महत्वपूर्ण अवसर बताते हुए कहा कि यह ड्रिल आम नागरिकों में जागरूकता बढ़ाने और आपदा की स्थिति में बेहतर प्रतिक्रिया देने का माध्यम बनेगा।
इस अभ्यास में विशेष रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा:
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आपातकालीन सुरक्षा प्रशिक्षण नागरिकों, छात्रों और स्वयंसेवकों को
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अग्निशमन सेवाओं और नागरिक सुरक्षा इकाइयों की तत्परता का मूल्यांकन
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दुर्घटना की स्थिति में रेस्क्यू और निकासी प्रक्रिया का अभ्यास
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सेना और नागरिक सुरक्षा विभागों के बीच समन्वय का परीक्षण
भिलाई में ब्लैकआउट ड्रिल: सुरक्षा और सजगता का प्रशिक्षण
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले और सीमा पर पाकिस्तान की ओर से हो रहे सीजफायर उल्लंघन के चलते पूरे देश में अलर्ट बढ़ा दिया गया है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में विशेष रूप से ब्लैकआउट मॉकड्रिल आयोजित की जाएगी, जिसमें नागरिकों को अंधेरे में सुरक्षा उपाय, सतर्कता बनाए रखने और आपदा में संयमित व्यवहार का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस ड्रिल में जिला प्रशासन, नागरिक सुरक्षा विभाग, होम गार्ड, NCC, NSS, NYKS, स्कूल और कॉलेजों के छात्र, स्थानीय स्वयंसेवी संगठन और आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
मुख्यमंत्री साय ने अधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे इस मॉकड्रिल को राज्य की सर्वोच्च प्राथमिकता दें और इसका समयबद्ध, प्रभावी और व्यापक क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।