मानपुर, छत्तीसगढ़।छत्तीसगढ़ में सुशासन तिहार का तीसरा चरण जोरों पर है और इसी क्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज शुक्रवार को अचानक मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के सीतागांव पहुंचे। उनके स्वागत में स्थानीय ग्रामीणों और अधिकारियों ने गुलाब के फूल भेंट कर आत्मीय स्वागत किया।
पेड़ की छांव में लगी “मुख्यमंत्री चौपाल”
मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर सीधे महाराष्ट्र की सीमा से सटे मानपुर ब्लॉक के सीतागांव में उतरा, जहां उन्होंने खुले मैदान में पेड़ के नीचे चौपाल लगाई। इस दौरान उन्होंने गांव वालों से सरकारी योजनाओं का फीडबैक लिया और उनकी समस्याएं सुनीं। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को शौचालय, राशन, पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, और सिंचाई योजनाओं से जुड़ी अपनी बातों से अवगत कराया।
समाधान शिविर में CM और डिप्टी CM की मौजूदगी
मुख्यमंत्री साय के साथ इस दौरान उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने समाधान शिविर में भाग लिया और मौके पर ही कई शिकायतों के त्वरित निवारण का निर्देश दिया।
क्यों खास है सुशासन तिहार का तीसरा चरण?
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5 मई से शुरू हुआ यह अभियान 31 मई 2025 तक चलेगा।
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मुख्यमंत्री बिना किसी पूर्व सूचना के आकस्मिक दौरे कर रहे हैं।
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प्रशासन और आमजनता को सीएम के आगमन की कोई जानकारी पहले से नहीं होती।
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इसका उद्देश्य है – सीधे जनता से संवाद और योजनाओं के वास्तविक क्रियान्वयन की समीक्षा।
मुख्यमंत्री का उद्देश्य – “जनता से सीधे जुड़ाव”
सीएम विष्णुदेव साय का कहना है कि सरकार का काम सिर्फ फाइलों में नहीं, जमीन पर दिखना चाहिए। इसलिए वे स्वयं जिलों में जाकर देख रहे हैं कि योजनाएं कितनी प्रभावी हैं और किस स्तर पर सुधार की जरूरत है।
ग्रामीण बोले – पहली बार किसी मुख्यमंत्री को इतनी नजदीक से देखा
सीतागांव के कई ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने पहली बार किसी मुख्यमंत्री को गांव की चौपाल में बैठकर बातचीत करते देखा है। इससे उन्हें भरोसा हुआ कि सरकार उनकी बातों को सीधे सुन रही है।