बालोद |छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को बालोद जिले में संयुक्त जिला कार्यालय के सभागार में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। यह बैठक राज्य में चल रहे सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत आयोजित की गई, जिसमें बालोद, नारायणपुर और कांकेर जिलों के अधिकारियों की भागीदारी रही।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सुशासन तिहार केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि सरकार की जवाबदेही और पारदर्शिता का प्रतीक है। उन्होंने तीनों जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को जनसरोकार से जुड़ी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर बल देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा, “विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना तभी साकार होगी जब अधिकारी समर्पण भाव से कार्य करेंगे।”
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि बीते डेढ़ वर्षों में सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा है, जिसका प्रमाण आम जनता की सकारात्मक प्रतिक्रिया है।
स्वच्छता और जनभागीदारी पर विशेष जोर
मुख्यमंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह मिशन जनआंदोलन बन चुका है। उन्होंने निर्देश दिया कि सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त स्वच्छता से जुड़े आवेदनों का त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जाए। अधिकारियों को स्वच्छता के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए भी प्रेरित किया गया।
किसानों के लिए फसल चक्र और नई रणनीति
मुख्यमंत्री साय ने बालोद में गन्ना, जबकि कांकेर व नारायणपुर में दलहन-तिलहन फसलों को प्रोत्साहित करने की रणनीति पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से किसानों को फसल चक्र अपनाने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए।
राजस्व मामलों का समयबद्ध समाधान अनिवार्य
उन्होंने कहा कि राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों का समयसीमा में निराकरण हो, जिससे जनता को अनावश्यक विलंब का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने बरसात से पहले सीमांकन कार्य पूर्ण करने के सख्त निर्देश भी दिए।
युवाओं, छात्रों और आमजन के लिए विशेष शिविर
मुख्यमंत्री ने आय, जाति और निवास प्रमाण पत्रों के लिए विशेष शिविर लगाने के निर्देश दिए। खासकर विद्यार्थियों को त्वरित प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया।
बड़ी परियोजनाओं की घोषणा
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं की घोषणा की:
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देवरी और डौंडीलोहारा में 500 करोड़ रुपये की लागत से 400/220/132 केवी उच्चदाब उपकेन्द्र की स्थापना
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जुनवानी से चिखली तक 11.47 करोड़ की लागत से सड़क मार्ग का निर्माण
परीक्षा परिणामों पर असंतोष
मुख्यमंत्री ने बालोद जिले के परीक्षा परिणामों पर असंतोष जताया और शिक्षा में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए। साथ ही आयुष्मान भारत, हर घर जल, प्रधानमंत्री आवास और जनमन योजना के 100% क्रियान्वयन पर बल दिया।
उपस्थित अधिकारीगण:
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, सचिव डॉ. बसवराजु एस., दुर्ग संभाग आयुक्त सत्य नारायण राठौर, बस्तर संभाग आयुक्त डोमन सिंह, बालोद कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा, कांकेर कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर, नारायणपुर कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगई, तथा संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।