दुर्ग, छत्तीसगढ़।छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के नाम पर लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी का मामला सामने आया है। खुद को बैंक अधिकारी बताने वाला आरोपी चेतन कुमार वर्मा ग्रामीणों को फर्जीवाड़े में फंसा रहा था। आरोपी गांव-गांव जाकर फॉर्म भरवाता और ऑनलाइन माध्यम से पैसे ऐंठता था। बोरी थाना पुलिस ने ग्राम टेमरी के निवासी निजेंद्र बारले की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे देता था ठगी को अंजाम
पुलिस जांच में सामने आया है कि चेतन कुमार वर्मा एक कार में सवार होकर अलग-अलग गांवों में पहुंचता था। वह खुद को बैंक कर्मी बताकर ग्रामीणों को पीएम आवास योजना में लोन स्वीकृति का भरोसा दिलाता था।
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ग्रामीणों से फॉर्म भरवाकर प्रोसेसिंग फीस के नाम पर पैसे वसूले जाते थे।
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इन लेन-देन के लिए आरोपी अपने साथी अतेश गंजीर (निवासी फरहाद, जिला राजनांदगांव) के मोबाइल QR स्कैनर का उपयोग करता था।
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ठगी के बाद दोनों आरोपी रकम को आपस में बराबर बांटते थे।
शिकायत पर दर्ज हुआ मामला, आरोपी गिरफ्तार
ग्राम टेमरी निवासी निजेंद्र बारले ने बोरी थाना में शिकायत दी कि एक फर्जी बैंक अधिकारी ने उनसे पीएम आवास योजना के तहत लोन दिलाने का झांसा देकर पैसे लिए।
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पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ठगी का केस दर्ज किया।
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जांच के बाद दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने जताई और ठगी की आशंका
बोरी पुलिस का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं हो सकता। संभावना है कि कई और ग्रामीण इस तरह की ठगी के शिकार हुए हों।
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पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर पीड़ितों की सूची तैयार कर रही है।
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साथ ही डिजिटल लेन-देन और बैंकिंग डिटेल्स की भी जांच की जा रही है।