बेमेतरा (छत्तीसगढ़)।देश में आपातकाल की 50वीं बरसी पर बेमेतरा में आयोजित ‘लोकतंत्र की हत्या दिवस’ कार्यक्रम के दौरान एक हैरान करने वाला दृश्य देखने को मिला। छत्तीसगढ़ सरकार में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल उस वक्त असहज हो गए जब उन्हें ‘आपातकाल’ शब्द तक याद नहीं रहा। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्हें पास खड़े कार्यकर्ता से पूछना पड़ा—”वो क्या लगा था 50 साल पहले?”
बेमेतरा में हुआ था आधिकारिक आयोजन
बेमेतरा के मंडी प्रांगण में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस सरकारी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि खाद्य मंत्री दयालदास बघेल उपस्थित हुए। उनके साथ मंच पर बेमेतरा विधायक दीपेश साहू, साजा विधायक ईश्वर साहू और अन्य भाजपा नेता भी मौजूद थे।
कार्यक्रम का उद्देश्य: ‘लोकतंत्र की हत्या’ की याद
इस कार्यक्रम के जरिए 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल की काली रात को याद किया गया। वक्ताओं ने इसे भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का सबसे शर्मनाक अध्याय बताते हुए कांग्रेस सरकार की कड़ी आलोचना की। इस दौरान तिरंगा यात्रा, वक्ताओं के भाषण और आपातकाल विषयक प्रदर्शनी का भी आयोजन हुआ।
मीडिया से चर्चा में मंत्री भूल गए मूल मुद्दा
कार्यक्रम के बाद जब मंत्री दयालदास बघेल मीडिया से मुखातिब हुए, तब एक पत्रकार ने उनसे आपातकाल को लेकर सवाल पूछा। लेकिन मंत्री जी असहज हो गए और कुछ सेकंड तक चुप रहे। फिर उन्होंने अपने बगल खड़े कार्यकर्ता से धीरे से पूछा—“50 साल पहले क्या हुआ था?”
बातचीत का यह हिस्सा कैमरे में कैद हो गया और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। यूजर्स इसे लेकर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं और मंत्री की जानकारी पर सवाल उठा रहे हैं।