रायपुर, नितिन नामदेव। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का प्रतीक और ऐतिहासिक पहचान माने जाने वाला जयस्तंभ चौक आज बदहाली का शिकार है। करोड़ों की लागत से सौंदर्यीकरण के बाद लगाए गए एलईडी डिस्प्ले और डिजिटल लाइटिंग सिस्टम अब खस्ताहाल हो चुके हैं। चौक के चारों ओर लगी एलईडी स्क्रीनें टूट चुकी हैं और उनके कांच सड़क पर बिखरे हुए हैं, जिससे हादसे की आशंका बनी हुई है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का बिखरता चेहरा
रायपुर स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत जयस्तंभ चौक को ऐतिहासिक और आधुनिक लुक देने के लिए भव्य स्क्रीन, एलईडी लाइट्स और महापुरुषों की तस्वीरें लगाई गई थीं। इन स्क्रीन पर महात्मा गांधी, नेताजी सुभाषचंद्र बोस और वीर नारायण सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की झलक दिखाई जाती थी। लेकिन आज स्थिति ये है कि न तो स्क्रीन काम कर रही हैं, न ही कोई रखरखाव हो रहा है।
विधानसभा में उठी थी आवाज़
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कुछ समय पहले विधानसभा सत्र के दौरान सवाल उठाया था कि जयस्तंभ चौक को प्रचार माध्यम क्यों बनाया जा रहा है। जवाब में सरकार ने कहा था कि यह सौंदर्यीकरण का हिस्सा है और महापुरुषों को सम्मान देने का प्रयास है। लेकिन आज वो जवाब वास्तविकता से कोसों दूर नज़र आ रहा है।
हादसे का खतरा और प्रशासन की उदासीनता
टूटे हुए कांच और स्क्रीन से निकलती चकाचौंध रोशनी से ट्रैफिक के दौरान दुर्घटना की संभावना बनी हुई है। इसके बावजूद न तो रायपुर नगर निगम, न स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की टीम और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने इसकी सुध ली है। हैरानी की बात यह है कि पिछले पंद्रह दिनों से जयस्तंभ चौक पर कई आयोजन भी हुए, लेकिन अव्यवस्था जस की तस बनी रही।
ग्राउंड रिपोर्ट की जरूरत
स्थानीय नागरिकों और राहगीरों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इन टूटी एलईडी स्क्रीन को हटाया जाए या मरम्मत की जाए ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। साथ ही इस ऐतिहासिक स्थल की गरिमा को बनाए रखने की ज़रूरत है।