छग विधानसभा: 3 राष्ट्रपतियों
के संबोधन का रिकार्ड..(किश्त 265)
छत्तीसगढ़ विधानसभा ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम कर ली है। देश की पहली विधानसभा बन गई है,जहां 3 राष्ट्रपतियों ने सदस्यों को संबोधित किया है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम, प्रतिभा देवीसिंह पाटिल और मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ऐतिहासिक सूची में शामिल हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा रजत जयंती वर्ष मना रही है।1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ था और 14 दिसंबर 2000 को छग विधानसभा का पहला सत्र आयोजित हुआ था।विधानसभा की स्थापना को 25 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं, जिसे रजत जयंती वर्ष के रूप मेमनाया जा रहा है। 90 विधायकों की संख्यावाली छ्ग विधान सभा में गर्भगृह में जाने पर स्वमेव निलंबन का निर्णय पहली विस में ही हो गया था, यह देश में इतिहास बन चुका है,वहीँ देश के 3 राष्ट्र पति के सम्बोधन का भी रिकार्ड बन चुका है।28जन वरी 2004 को तब के राष्ट्र पति डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम ने छग विधानसभा में ऐतिहासिक संबोधनदिया था।इस दौरान ‘विकसित भारत 2020’का विजन प्रस्तुत किया,वीडियो प्रोजे क्टर से विधायकों को मार्ग दर्शन दिया।यह भारत की पहली विधानसभा बनी थी, जहां किसी राष्ट्रपति ने सीधे विधानसभा के सदस्यों को संबोधित किया।उस समय विस अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडे, नेतापक्ष या सीएम डॉ रमन सिंह,नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा थे।
24 जून 20 11 को तब की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल नेछत्तीसगढ़ विधानसभा को संबोधित किया था।यह दूसरी बार था जब किसी राष्ट्रपति ने छग के विधायकों के समक्ष अपने विचार रखे।तब विस अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, नेतापक्ष डॉ रमन सिंह तथा नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे थे। 24 मार्च 2025 को भारत की वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छत्तीसगढ़ विधान सभा में संबोधन किया।यह अवसर छत्तीसगढ़ विधान सभा के लिए ऐतिहासिक था क्योंकि यह देश की पहली विधानसभा बन गई, जहां तीन राष्ट्रपतियों नेसंबो धन किया, इस समय विस अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, नेता पक्ष या सीएम विष्णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत हैं। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि वर्तमान में विस अध्यक्ष, नेतापक्ष तथा नेता प्रतिपक्ष तीनों क्रमशः अटलबिहारी बाजपेयी,नरेंद्र मोदी तथा डॉ मनमोहन सिंह सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल रह चुके हैँ।