समंदरों को भी मालूम है हमारा मिजाज….. हम तो पहला कदम ही भंवर में रखते हैं…..

समंदरों को भी मालूम है
हमारा मिजाज…..
हम तो पहला कदम ही
भंवर में रखते हैं…..

छत्तीसगढ़ निवासी,मप्र तथा छग के कुछ नेता सी एम,राज्यपाल,केंद्रीय मंत्री का सफऱ पूरा कर चुके हैं, उनका राजनीतिक कैरियर चमकदार भी रहा पर उनके उत्तराधिकारियों कोउल्लेख नीय उपलब्धि हासिल नहीं हो सकी बल्कि कुछ का कैरियर ढलान पर ही है..?हालांकि राजनीति में कुछ कहा नहीं जा सकता की कौन कब कहां पहुंच जाए? अविभाजित मध्यप्रदेश में पं. रविशंकर शुक्ल, कैलाश नाथ काटजू, भगवंतराव मंडलोई, द्वारिका प्रसाद मिश्र, गोविंद नारायण सिंह, नरेशचन्द्र सिंह, श्यामाचरण शुक्ल,प्रकाश चंद सेठी, कैलाश जोशी वीरेन्द्र कुमार सक लेचा,सुंदरलाल पटवा, अर्जुनसिंह,मोतीलाल वोरा, दिग्विजय सिंह,उमाभारती, बाबूलाल गौर,शिवराजसिंह कमलनाथ,डॉ मोहन यादव (वर्तमान) सीएम बने तो मप्र से पृथक होकर छग बनने पर पहले सीएम अजीत जोगी बने, उसके बाद 3 बार डॉ रमनसिंह बनते रहे है। उसके बाद भूपेश बघेल और वर्तमान में विष्णुदेव साय सीएम है।मप्र (अविभाजित)में रवि शंकर शुक्ला सीएम रहे तो बाद में उनके पुत्र श्यामा चरण भी सीएम बने,उनके पुत्र अमितेश शुक्ला मप्र- छ्ग में मंत्री भी बने पर आजकल हाशिये पर हैं।विद्याचरण शुक्ला वर्षों तक केंद्र में मंत्री रहे। कुछ दिनों के सीएम बने सारंगढ़ के राजा नरेशचंद्र सिँह का परि वार अब राजनीति मेंसक्रिय नहीं है। मप्र के सीएम रहे अर्जुनसिंह के पुत्र राहुल अजय सिँह, दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह अभी भी सक्रिय राजनीति में है। मप्र के सीएम बने मोती लाल वोरा का राजनीतिक कैरियर चमकदार रहा.. सीएम,केंद्रीयमंत्री, राज्य पाल से लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष का सफऱ उन्होंने तय किया परउनका बेटा अरुण वोरा विधायक से आगे नहीं बढ़ सका और अब उनका राजनीतिक सफऱ ढलान की तरफ है।छग बनने पर सीएम बने राजनेताओं के परिवारजन वो चमक हासिल नहीं कर सके…? पहले सीएम रहे अजीत प्रमोद जोगी की पत्नी डॉ रेणु जोगी कई बार एमएलए बनीँ, पुत्र अमित जोगी भी एमएलए बने पर इन दिनों राजनीतिक तौर पर हाशिये पर ही हैं। छग में 3 बार लगातार सीएम बनने,अटल मंत्रिमंडल के सदस्य रहे,वर्तमान में विस अध्यक्ष डॉ रमन सिँह के एकमात्र पुत्र अभिषेक सिँह केवल एक बारराजनांदगाँव से सांसद बने, उसके बाद उन्हें टिकट ही नहीं दी गई, कांग्रेस सरकार के सीएम बने भूपेश बघेल के बेटे तो राजनीति में उतरे ही नहीं और फिलहाल जेल में हैं !वर्तमान सीएम विष्णुदेव साय के परिवार में पत्नी कौशल्या साय ही जरूर सक्रिय हैं पर किसी पद तक नहीं पहुंच सकीँ हैं।इधर लगातार रायपुर से सांसद बनने का रिकार्ड बंनाने वाले,पूर्व केंद्रीयमंत्री, 3 राज्यों के राज्यपाल बनने वाले रमेश बैस का राजनी तिक कैरियर चमकदार रहा पर उन्होंने अपने बेटे को अपना राजनीतिक उत्तराधि कारी बनाने में रूचि ही नहीं ली….?

रायपुर में पुलिस कमिश्नरी
प्रणाली लागू होगी….

सीएम विष्णुदेव साय ने स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह से घोषणा की है कि रायपुर में पुलिस कमिश्नरी सिस्टम लागू होगी । जल्द ही इसकी शुरुआत होगी। इसका मतलब होगा कि कमिश्नरी सिस्टम लागू होते ही रायपुर में एसपी का रोल ही खत्म हो जाएगा। इसके अलावा मजिस्ट्रेट पॉवर भी पुलिस के पास होगा। अब तक जो पॉवर कलेक्टर के पास था पुलिस के पास होगा।पिछले कुछ सालों से यह चर्चा थी कि रायपुर में जल्द ही पुलिस कमिश्नरी सिस्टम लागू होगा।लेकिन यह चर्चा थी कि पुलिस कमिश्नरीप्रणाली लागू करने के खिलाफ आई एएस लॉबी थी, इस वजह से इसे लागू नहीं किया जा सका था। पिछले कुछ महीनों में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति रायपुर में बिगड़ी है, इसी वजह से अब पुलिस कमिश्नरी प्रणाली लागू करने की सहमति बन गई है।जानकारी के अनुसार आईजी स्तर के अफसर को रायपुर में पुलिस कमिश्नर बनाया जाएगा। अलावा क्राइम, लॉ एंड ऑर्डर और सिटी के लिए 3 एडिशनल पुलिस कमिश्नर बनाएँगे,
जो एसपी,एसएसपी स्तर के अफसर होंगे।

क्या भूपेश को भाजपा
का ऑफर मिला……?

छ्ग के पूर्व सीएम भूपेश बघेल को क्या भाजपा में शामिल होने का ऑफर मिला…..? वह भी ऐसे समय में ज़ब न तो कोई चुनाव हैं..?विधानसभा में भाजपा को स्पष्ट बहुमत है, 11 में 10 सांसद भाजपा के हैं तो नगरीय निकायों पर भी भाजपा का कब्जा है। पिछली सरकार के कार्यकाल में हुए कथित घोटालों की जांच के बीच इन दिनों सियासी पारा गर्म है, पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने तीखे अंदाज भाजपा पर आरोप लगाए हैं।भूपेश का कहना है भाजपाचाहती थी कि वह शरणागत हो जाएं, लेकिन वे हेमंता बिसवा शर्मा नहीं बनेंगे,बघेल का आरोप है उनके खिलाफ राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश हो रही है, मगर वे किसी भी जांच या कार्र वाई से डरने वाले नहीं हैं, उन्होंने कहा “मेरे पास भी कई ऑफर आते रहते हैं, कई लोग संपर्क करते हैं, मैं अपने रास्ते से नहीं हटूंगा ”बघेल के इस बयान पर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि राज्य में कोई भी कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत हो रही है“ कानून सबके लिए बराबर है, चाहे वह कोई भी हो,”।दरअसल पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए कथित घोटालों की जांच चल रही है।भूपेश की मुसीबतें भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस बीच प्रदेश में सियासत भी गरमाई हुई है,दोनों पार्टियों के लोग एक-दूसरे पर कई आरोप लगा रहे हैँ।

नया रायपुर में ‘मेडिसिटी’,
5000 बिस्तरों का अस्पताल…

नवा रायपुर अटल नगर में जल्द ही विश्वस्तरीय स्वा स्थ्य सुविधाओं की ‘मेडि सिटी’ विकसित कीजाएगी। अटल नगर विकास प्राधि करण ने सेक्टर-37 में 400 एकड़ भूमि चिन्हित की है,परियोजना में लग भग 5 हजार बिस्तरों की क्षमता वाली स्वास्थ्य सेवाएं निजी निवेश, वाणिज्यिक मॉडल के माध्यम से विक सित की जाएंगी।इसमें कई बड़े अस्पतालों व चिकित्सा संस्थानों ने निवेश के लिए रुचि दिखाई है।सूत्रों की मानें, मेडिसिटी निर्माण के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। मेडिसिटी में तो मल्टी स्पेशलिटी अस्पतालों के अलावा मेडिकल कॉलेज, छात्रावास,डायग्नोस्टिक सेंटर, रिचर्स सेंटर, धर्म शाला, होटल,व्यावसायिक एकीकृत विकास मॉडल के तहत बनाए जाएंगे। यह मेडिसिटी न केवल छत्तीस गढ़,बल्कि पास के राज्यों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगी।सीएम विष्णुदेवसाय सरकार मेडिसिटी को मेडि कल टूरिज्म सेंटर के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है।स्वामी विवेका नंद एयरपोर्ट से अंतराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन के भी प्रयास किए जा रहे हैं। 5 संभागों में मेडिसिटी बनाने की योजना है।नवा रायपुर की तर्ज पर सभी पांचों संभागों में एक-एक मेडि सिटी विकसित करने की योजना बनाई है। यह कदम नवा अंजार 2047 विजन डॉक्यूमेंट के तहत उठाया गया है।

और अब बस……

0भाजपा में संगठन के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की पुन:चर्चा तेज है….?
0छग के सूरजपुर जिले के भटगांव सामुदायिक स्वा स्थ्य केंद्र में गर्भवती का प्रसव जमीन पर कराने के मामले मेंआरएचओ महिला को सस्पेंड कर दिया गया
0 छ्ग के कबीना मंत्री और बलौदा बाजार के विधायक टंकराम वर्मा के भतीजे कृष्णा उर्फ राजा वर्मा पर पेट्रोल पंप सुपरवाइजर विनोद दुबे की बेरहमी से पिटाई,लूट का आरोप लगा है।

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