रायपुर/नई दिल्ली।छत्तीसगढ़ की बहुचर्चित बोधघाट सिंचाई परियोजना एक बार फिर केंद्र बिंदु में है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने दिल्ली दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर इस मेगा प्रोजेक्ट पर गंभीर बातचीत की। सीएम साय ने प्रधानमंत्री को न केवल परियोजना की उपयोगिता से अवगत कराया, बल्कि राज्य में बदले हालात और नक्सल गतिविधियों पर काबू की भी विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बोधघाट परियोजना के माध्यम से 4 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का विस्तार किया जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने रिवर इंटर-लिंकिंग योजना की भी चर्चा की, जिससे अतिरिक्त 3 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई योग्य बनाया जा सकेगा।
नक्सल प्रभावित इलाकों को विकास की मुख्यधारा में लाने की कोशिश
मुख्यमंत्री साय ने पीएम मोदी के समक्ष यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में अब सुरक्षा हालात बेहतर हुए हैं और सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई शुरू की है। इससे राज्य के दूरस्थ और आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
DAP खाद की कमी पर बोले मुख्यमंत्री – “यह वैश्विक समस्या, किसानों को मिलेंगे विकल्प”
खरीफ सीजन की तैयारियों के बीच राज्य में डीएपी खाद की कमी पर मुख्यमंत्री साय ने स्पष्ट किया कि यह समस्या केवल छत्तीसगढ़ की नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर उर्वरक संकट का हिस्सा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों को DAP के बजाय अन्य उर्वरक विकल्प मुहैया कराए जाएंगे जिससे उनकी खेती प्रभावित न हो।
जातिगत जनगणना पर कांग्रेस को घेरा – “घोषणा हमने की, अमल भी हम ही करेंगे”
कांग्रेस द्वारा जाति आधारित जनगणना की मांग पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि कांग्रेस केवल घोषणा करती रही, लेकिन कभी इसे लागू करने की हिम्मत नहीं दिखाई। हमारी सरकार ने न केवल इसका वादा किया, बल्कि इसे नीति रूप में लागू करने की दिशा में कदम भी उठा लिए हैं।