बालोद/रायपुर। छत्तीसगढ़ में दो दिल दहला देने वाली घटनाओं ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। एक ओर बालोद जिले के गुंडरदेही थाना क्षेत्र में एक 12 वर्षीय मासूम बच्ची की कुएं में गिरकर दर्दनाक मौत हो गई, वहीं राजधानी रायपुर में नगर निगम की लापरवाही के कारण 3 साल का मासूम बाल-बाल बचा।
बालोद: पानी भरते समय कुएं में गिरी बच्ची, मौत
बालोद जिले के ग्राम खलारी से एक दुखद घटना सामने आई है। कक्षा 6वीं में पढ़ने वाली 12 वर्षीय योग्यता साहू की कुएं में गिरने से मौत हो गई। बच्ची घर के पीछे स्थित बाड़ी में पानी भर रही थी। बताया जा रहा है कि बाल्टी पानी से इतनी भारी हो गई थी कि उसका संतुलन बिगड़ गया और वह सीधे कुएं में गिर गई।
इस हादसे की सबसे दर्दनाक बात यह रही कि घटना के करीब ढाई घंटे बाद परिजनों को इसकी जानकारी मिली। जब तक बच्ची को निकाला जाता, उसकी जान जा चुकी थी। पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है और लोग इस दर्दनाक घटना से स्तब्ध हैं।
रायपुर: नगर निगम की लापरवाही से गड्ढे में गिरा बच्चा, बाइक सवार ने बचाई जान
वहीं राजधानी रायपुर से भी एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। शीतला मंदिर के पास नगर निगम ने गंदे पानी की शिकायत पर गड्ढा खोदा, लेकिन उसे बिना किसी चेतावनी या सुरक्षा उपायों के खुले में छोड़ दिया। इसी दौरान सड़क किनारे खेल रहा तीन साल का बच्चा उस गड्ढे में जा गिरा।
सौभाग्यवश, एक बाइक सवार ने समय रहते बच्चे को गिरते हुए देख लिया और तुरंत उसे बाहर निकाल लिया, जिससे उसकी जान बच गई। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जो निगम की घोर लापरवाही को उजागर करता है।
प्रशासन पर सवाल, बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर चिंता
इन दोनों घटनाओं ने एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा और प्रशासनिक सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुरक्षा उपायों की कमी सामने आ रही है, वहीं शहरी क्षेत्र में नगर निगम जैसे जिम्मेदार संस्थानों की लापरवाही मासूमों की जान पर भारी पड़ रही है।