मप्र से छ्ग अलग हुआ तो
जमीन, जंगल,राशि,
अफसर, कर्मचारी, टेबल
कुर्सी तक मिला हिस्से
में… {किश्त 258}
1 नवंबर 2000 को जब छत्तीसगढ़ नये का गठन हुआ तो मप्र ने छत्तीसगढ़ को अपनी 26. 63% जमा राशि, कई प्रतिशत जमीन, जंगल और बहुत सारीचीजें दी थीं।31अक्टूबर 2000 को मध्यप्रदेश का हिस्सा अलग हो गया और स्थापना हुई नये राज्य की, जिसका नाम था छत्तीसगढ़।बता दें कि इस राज्य की स्थापना के बाद मप्र की 26.62% आबादी और 30.4% भूमि चली गई।साथ ही मप्र का 41.42% वन क्षेत्र भी नए राज्य छत्तीसगढ़ में भी आ गया। विभाजन के पहले मप्र में 320 विधानसभा सीटें होती थीं,छत्तीसगढ़ के गठन के बाद 90 सीटें हिस्से में आई। विभाजन के समय मप्र के 07हजार कर्म चारी छत्तीसगढ़ ट्रांसफर किये गए, उस समय मप्र में 496 आईएएस,278 आई पीएस और 385 आईएफ एस थे। इनमें 111आईए एस,73 आईपीएस, 99 आईएफएस छत्तीसगढ़ के हिस्से में आये थे। वहीं नये राज्य की सुरक्षा के लिए मप्र के 96 हजार पुलिस कर्मियों में से 26% छत्तीस गढ़ में तैनात किये गये। उस समय के ज्यादातर अधि कारी मध्यप्रदेश में ही रहना चाहते थे,इसलिए पोस्टिंग और प्रशासन के बंटवारे को लेकर को लेकर हाईकोर्ट में कई सालों तक पिटिशन भी दायर होती रहीं….!
26.63% जमाराशि छ्ग को मिली..
बंटवारे के समय मध्यप्रदेश सरकार का स्वीकृत बजट 23 हजार करोड़ ₹ था।बाद जब नया छत्तीसगढ़ राज्य बना तो मप्र के बजट में से प्रारंभिक 5 महीने के खर्च के लिए छग को 3हजार करोड़ रुपये दिए गए।31 अक्टूबर को क्लोजिंग बैलेंस के आधार पर रिजर्व बैंक ने मप्रऔर छत्तीसगढ़ की धनराशि का बंटवारा किया था।उस समय मप्र की जितनी जमा राशि थी।उसका 26. 63% छग को दी गई।
एयर बी 200 विमान..
मप्र का एक हेलीकॉप्टर भी नए राज्य को देना पड़ा, दर असल उस समय मप्र के पास एक हेलीकॉप्टर, एक हवाई जहाज हुआ करता था,अब जाहिर सी बात है कि छग नया राज्य बना था तो दिल्ली का दौरा करने के लिए तब के सीएम अजीत जोगी को हेलीकॉप्टर की जरूरत पड़ रही थी,इसी के चलते मप्र ने अपना पवन पुत्र नाम का एयर बी 200 विमान छग को दिया, कुछ दिन बाद छत्तीसगढ़ ने एक नया हेलीकॉप्टर ले लिया, मप्र के तब के सीएम दिग्वि जय सिंह ने गांव-गांव की यात्रा करने के लिए हेली कॉप्टर रख लिया। नया राज्य बना तो बंटवारा सिर्फ कर्मचारियों ,पैसे, जमीन जंगल का ही नहीं हुआ। टेबल, कुर्सियों,अलमारी का भी हुआ। 36 वीआईपी टेबल,345 ऑफिस टेबल, 40 वीआईपी कुर्सियां,985 ऑफिस चेयर,12 बड़ी सेंट्रल टेबल, 466 स्टील अलमारी छत्तीसगढ़ को मिली थी